भोपाल15 मिनट पहले
मध्यप्रदेश के ज्यादातर जिलों में बारिश की वजह से नदी-नाले उफान पर हैं। जबलपुर के बरगी बांध से छोड़े जा रहे पानी के कारण नर्मदा भी उफनी है। नर्मदापुरम के सेठानी घाट पर नदी का जलस्तर 957 फीट को पार कर गया है। अलार्म लेवल 964 फीट और खतरे का लेवल 967 फीट है।
देवास जिले के नेमावर में नर्मदा का जलस्तर 880 फीट पर पहुंच गया है। यह खतरे के निशान 885 से सिर्फ 5 फीट नीचे है। नर्मदा के अलग-अलग घाटों पर होमगार्ड और पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। निचली बस्तियों में मुनादी कराकर अलर्ट रहने को कहा गया है। नागर घाट के दुकानदारों ने अपना सारा सामान हटा लिया है।
मुरैना में चंबल 122 फीट पर बह रही है। खतरे का लेवल 138 फीट है। जबलपुर के बरगी बांध के 8 गेट रविवार को बंद कर दिए गए, लेकिन 11 खुले हुए हैं। कैचमेंट एरिया में अगर बारिश नहीं होती है तो शाम तक इन 11 में से कुछ और गेट को बंद किया जा सकता है। बरगी में कुल 21 गेट हैं।
सीनियर मौसम वैज्ञानिक वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि लो प्रेशर एरिया रीवा और सतना के आसपास है। दक्षिण-पूर्वी उत्तरप्रदेश के हिस्से में एक ट्रफ लाइन भी एक्टिव है। गुजरात के ऊपर भी चक्रवाती घेरा बना है। इसके चलते मानसून की एक्टिविटी जारी है। रीवा संभाग में अगले 24 घंटे में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है।
देवास जिले के नेमावर में नर्मदा नदी खतरे के निशान से 5 फीट नीचे है।
देवास जिले के नेमावर में नर्मदा नदी खतरे के निशान से 5 फीट नीचे है।
24 घंटे में कैसा रहा मानसून
ग्वालियर, दतिया में 2 इंच से ज्यादा पानी गिरा
ग्वालियर | 2.15 (बारिश इंच में) |
दतिया | 2.05 |
रीवा | 1.22 |
टीकमगढ़ | 0.90 |
नौगांव | 0.79 |
सतना | 0.72 |
गुना | 0.70 |
खजुराहो | 0.34 |
सीधी | 0.33 |
पचमढ़ी | 0.22 |
रतलाम | 0.19 |
उमरिया | 0.18 |
सिवनी | 0.18 |
मलाजखंड | 0.14 |
सागर | 0.12 |
नर्मदापुरम | 0.11 |
शिवपुरी | 0.11 |
इंदौर | 0.08 |
बैतूल | 0.08 |
खंडवा | 0.08 |
दमोह | 0.08 |
जबलपुर | 0.06 |
रायसेन | 0.06 |
उज्जैन | 0.03 |
धार | 0.01 |
भोपाल | 0.01 |
(आंकड़े शनिवार सुबह 8.30 से रविवार सुबह 8.30 बजे तक की बारिश के)
(1 जून से 5 अगस्त तक की बारिश)
(1 जून से 5 अगस्त तक की बारिश)
MP के पूर्वी हिस्से में 15% बारिश ज्यादा
मध्यप्रदेश में 1 जून से अब तक सामान्य से ओवरऑल 13% ज्यादा बारिश हो चुकी है। IMD भोपाल के अनुसार, पूर्वी हिस्से में अभी भी औसत 15% तक बारिश ज्यादा हुई है, जबकि पश्चिमी हिस्से में 11% ज्यादा बारिश हो चुकी है।
इन जिलों में सबसे ज्यादा बारिश
- नरसिंहपुर में 35 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। सिवनी-मंडला में आंकड़ा 32 इंच के पार पहुंच गया।
- छिंदवाड़ा, डिंडोरी, जबलपुर, सागर, नर्मदापुरम, रायसेन में आंकड़ा 28 इंच या इससे ज्यादा है।
- इंदौर, अनूपपुर, बालाघाट, कटनी, पन्ना, शहडोल, उमरिया, बैतूल, भिंड, देवास, हरदा, रतलाम, सीहोर और विदिशा में 24 इंच से अधिक बारिश हो चुकी है।
- आगर-मालवा, बुरहानपुर, राजगढ़, शाजापुर, शिवपुरी, उज्जैन, दमोह और निवाड़ी में 20 इंच या इससे अधिक बारिश हो चुकी है।
इन जिलों में कम बारिश
- सतना, अशोकनगर, बड़वानी, ग्वालियर, खंडवा, खरगोन, मंदसौर और मुरैना में बारिश का आंकड़ा 16 इंच से कम है।
(1 जून से 5 अगस्त तक की बारिश)
(1 जून से 5 अगस्त तक की बारिश)
(1 जून से 5 अगस्त तक की बारिश)
मध्यप्रदेश में कैसे रहेंगे अगले 24 घंटे
- मध्यम से भारी बारिश: रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली और पन्ना।
- गरज-चमक की स्थिति: ग्वालियर, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी।
- हल्की बारिश: भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, दमोह, सागर।
MP के 5 बड़े शहरों में मौसम का हाल
- भोपाल: मौसम साफ रहेगा। कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी हो सकती है।
- इंदौर: तेज बारिश का अलर्ट नहीं है। नमी की वजह से कुछ इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है।
- ग्वालियर: यहां बादल रहेंगे। आकाशीय बिजली चमकने-गिरने का भी अनुमान है।
- जबलपुर: मौसम साफ रहेगा। संभाग में बारिश होने के आसार हैं।
- उज्जैन: हल्की बारिश हो सकती है। जिले के महिदपुर, नागदा, तराना, बड़नगर में भी बूंदाबांदी हो सकती है।
तस्वीरों में मानसून…
मुरैना में चंबल उफनी है। नदी का जलस्तर 122 फीट पर है। खतरे का लेवल 138 फीट है।
मुरैना में चंबल उफनी है। नदी का जलस्तर 122 फीट पर है। खतरे का लेवल 138 फीट है।
पन्ना, दमोह और कटनी जिलों में हो रही बारिश से केन नदी उफान पर है।
पन्ना, दमोह और कटनी जिलों में हो रही बारिश से केन नदी उफान पर है।