अविश्वास प्रस्ताव किसलिए आया? यहां सोनिया जी बैठी हुई हैं। सोनिया जी का मैं बड़ा सम्मान करता हूं सर, उनकी पार्टी की और उनकी दो मन:स्थिति है। क्या-क्या करना चाहिए भारतीय नारी को, उसका पूरा पालन कर रही हैं। उन्हें दो काम करना है। बेटे को सेट करना है और दामाद को भेंट करना है। (यह सुनकर सोनिया गांधी हंसने लगीं)
निशिकांत दूबे
निशिकांत ने कहा कि मुझे लगता था कि अविश्वास प्रस्ताव पर राहुल जी बोलेंगे और कोई बहुत बड़ा विषय होगा और रूल्स का फायदा उठाते हुए….। इसके बाद विपक्ष के सांसदों ने कुछ कहा तो स्पीकर ने कहा कि माननीय सदस्य (कांग्रेस के) ने पूरी बात की है। ऐसे नहीं चलेगा। इस पर निशिकांत दूबे भी गरम हो गए।
अध्यक्ष महोदय, फिर ये हाउस नहीं चलेगा। यदि वे हल्ला करेंगे तो हाउस नहीं चलेगा। ये हाउस नहीं चलेगा।
विपक्ष के हंगामे पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे
उन्होंने कहा कि इसके बाद राहुल जी भी नहीं बोले पाएंगे और कोई भी विपक्ष का आदमी नहीं बोल पाएगा। मैंने धैर्यपूर्वक सुना है, आप भी मुझे धैर्यपूर्वक सुनिए। थोड़ा माहौल शांत होने पर निशिकांत दूबे ने कहा कि अभी मैंने गौरव गोगोई को सुना। विपक्ष के सांसद फिर नारेबाजी करने लगे। काफी देर तक विपक्ष के सदस्य खड़े होकर शोर करते रहे। दूबे ने माननीय अध्यक्ष जी कहा ही था कि विपक्ष शोर करने लगा।
अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि इन्होंने सोचा था कि राहुल गांधी का भाषण होगा और उनके भाषण को छोटा करने के लिए, उन्हें टक्कर देने लिए… बस गुगली खा गए। पता नहीं चल रहा था कि विपक्ष हंगामा क्यों कर रहा है। संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि गौरव गोगोई का भाषण लाइव गया है इसमें समस्या क्या है। इतनी असुरक्षा की भावना नहीं होनी चाहिए। स्पीकर ने कहा कि आप जानते हैं कि टीवी का कंट्रोल स्पीकर के पास नहीं होता है। टीवी का कंट्रोल एक सिस्टम है, जो आपने बनाया है। छोटी बात पर इस तरह की टिप्पणी करना उचित नहीं है। इसके बाद निशिकांत दूबे फिर बोलने के लिए खड़े हुए।
लगता है आज राहुल जी तैयार नहीं थे, देर से उठे होंगे तो नहीं बोल पाए। कोई बात नहीं गौरव गोगोई ने बोला अच्छा बोला। गोगोई ने मणिपुर की बात की और पूरे संसद को चैलेंज किया कि आपने मणिपुर नहीं देखा। मैं मणिपुर के इतिहास का भुक्तभोगी था। मेरे मामा मणिपुर में अपना पैर गंवा चुके हैं।
निशिकांत दूबे, भाजपा सांसद
दूबे ने कहा कि पीएम कहते हैं कि यह अविश्वास प्रस्ताव नहीं है यह विपक्ष में विश्वास प्रस्ताव है कि कौन विपक्ष में किसके साथ है।