घोसी में विधासभा उपचुनाव में सपा की जीत और भाजपा की हार होते ही सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर के सुर बदल गए हैं। राजभर के चेहरे पर हार की मायूसी भी साफ दिखाई दी है। भाजपा गठबंधन की तरफ से सबसे ज्यादा सक्रिय ओपी राजभर ही कर रहे थे। यहां तक कि राजभर ने सीधे अखिलेश यादव पर भी हमले किए थे। उन्होंने यहां तक कह दिया था कि पिछली बार सपा को यहां की जीत सुभासपा के कारण मिली थी। इस बार सपा को हराकर अखिलेश को सैफई भेज देंगे।
ओपी राजभर ने कहा कि घोसी की जनता ने जो रिजल्ट दिया है उसका स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि हार के कारणों का अध्ययन करने के बाद आगे की तैयारी करेंगे। 2024 की लड़ाई मजबूती से लड़ेंगे। ओपी राजभर ने विपक्ष पर निशाना भी साधा। कहा कि विपक्ष जब हारता है तो ईवीएम पर दोष देता है। इस बार तय हो गया कि ईवीएम सही काम कर रहा है। निष्पक्ष चुनाव न होने का आरोप भी अब नहीं लगाया जाएगा। वहीं ओपी राजभर के बेटे अरुण राजभर ने कहा कि एक उपचुनाव हारने से कुछ नहीं होता है। आगे जब बड़ी लड़ाई होगी तो एनडीए गठबंधन जरूर जीतेगा।
मऊ और घोसी में बड़ी संख्या में राजभर मतदाता है। ओपी राजभर लगातार दावा करते रहते थे कि यह मतदाता उनके कहने पर ही वोट डालते हैं। ओपी राजभर ने चुनावों के दौरान यह भी दावा किया था कि यह लड़ाई दारा सिंह चौहान की नहीं ओपी राजभर की है। इसके बाद भी भाजपा प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा है। राजभर को मऊ में ही भारी झटका पहले भी लगा है। उनकी पार्टी में सबसे बड़ी टूट यहीं पर हुई थी।
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