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घोसी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी सुधाकर सिंह ने 42,759 वोटों से जीत दर्ज की है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी दारा सिंह चौहान को शिकस्त दी है। सुधाकर सिंह को 33 राउंड की मतगणना के बाद कुल 1,24,427 वोट प्राप्त हुए, जबकि दारा सिंह चौहान के खाते में 81,668 वोट ही आए। बता दें कि उपचुनाव में कुल 10 प्रत्याशी मैदान में थे, जिनमें से आठ की जमानत जब्त हो गई।
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक तीसरे स्थान पर पीस पार्टी के सनाउल्लाह रहे, जिनको महज 2570 वोट ही मिले। इसके अलावा जन अधिकार पार्टी के प्रत्याशी अफरोज आलम को 2100 वोट, निर्दलीय विनय कुमार को 1406 वोट, प्रवेंद्र प्रताप सिंह को 1223 वोट, रमेश पांडेय को 839 वोट, मुन्नीलाल चौहान को 606 वोट, सुनील चौहान को 541 वोट और राजकुमार चौहान को 466 वोट मिले।
छह प्रत्याशियों को नोटा से भी कम वोट
उल्लेखनीय है कि उपचुनाव में छह प्रत्याशियों को नोटा से भी कम वोट मिले है। घोसी के 1725 मतदाताओं को किसी भी प्रत्याशी को वोट देने के बजाय नोटा का विकल्प चुना। वहीं छह निर्दलीय प्रत्याशियों विनय कुमार, प्रवेंद्र प्रताप सिंह, रमेश पांडेय, मुन्नीलाल चौहान, सुनील चौहान और राजकुमार चौहान को नोटा से भी कम वोट नसीब हुए।
पोस्टल वोट से बढ़ा ली थी बढ़त
सुधाकर सिंह ने मतगणना शुरू होने के बाद पहले गिने गए पोस्टल वोट से अपनी बढ़त बना ली थी, जो अंतिम दौर तक बरकरार रही। सुधाकर सिंह को 132 पोस्टल वोट मिले, जबकि दारा सिंह चौहान को मात्र 45 पोस्टल वोट मिले। मतदान में डाले गए कुल 2,17,571 वोटों में से सुधाकर को 57.19 प्रतिशत वोट हासिल हुए, जबकि दारा सिंह चौहान को 37.54 प्रतिशत वोट मिले। इसके अलावा बाकी प्रत्याशियों को एक प्रतिशत से कम वोट मिला है।
दारा सिंह के इस्तीफे से खाली हुई सीट
यह सीट सपा विधायक दारा सिंह चौहान के इस्तीफे से खाली हुई थी। दारा सिंह चौहान ने सपा से इस्तीफा देकर बीजेपी ज्वाइन कर ली थी। बीजेपी ने उन्हें ही अपना उम्मीदवार बना दिया था। दूसरी ओर सपा ने सुधाकर सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया था।
रालोद और कांग्रेस का समर्थन
इन चुनावों में सीधी टक्कर सपा और बीजेपी के बीच में है। कांग्रेस और रालोद ने सपा को समर्थन देने की घोषणा की है। इन्होंने अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। हालांकि कांग्रेस का कोई बड़ा नेता इन चुनावों में प्रचार करने के लिए नहीं गया है।
बसपा ने कहा नोटा दबाएं
सबसे चौंकाने वाला रुख बसपा का रहा है। बसपा ने अपने वोटरों को संबोधित करते हुए कहा है कि वह वोट देने ना जाएं। यदि जाते भी हैं तो नोटा का बटन दबाएकर आएं।