मणिपुर, एजेंसी। Manipur Violence Live मणिपुर में जारी हिंसा के बाद अब राजनीति भी चरम पर पहुंच गई है। इंडिया गठबंधन के सांसद जहां बीते दिन हिंसा पीड़ितों से मिले तो वहीं भाजपा ने इसे नाटक करार दिया। विपक्षी सांसदों ने बीते दिन मणिपुर में राहत शिविरों का भी दौरा किया और लोगों से उनकी तकलीफों के बारे में जाना।
इस बीच अब सभी सांसदों ने राज्यपाल अनुसुइया उइके से राजभवन में मुलाकात की है।
-राज्यपाल से मिले विपक्षी सांसद
मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात के बाद इंडिया गठबंधन के प्रतिनिधिमंडल ने मीडिया को संबोधित किया। कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने बताया कि सभी 21 सांसदों ने राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा।
अधीर रंजन ने कहा,
-केंद्र ने मणिपुर को नजरअंदाज कियाः अधीर रंजन
मणिपुर दौरे पर गए विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के प्रतिनिधिमंडल के सदस्य और कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि मुख्य बात यह है कि मणिपुर को नजरअंदाज किया गया है। उन्होंने कहा कि चूंकि राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने इसे नजरअंदाज किया है, इसलिए स्थिति बिगड़ रही है। जल्द से जल्द शांति बहाल होनी चाहिए।
अधीर रंजन ने बताया कि सभी सांसदों ने राज्यपाल से अनुरोध किया जाता है कि वे केंद्र सरकार को पिछले 89 दिनों से मणिपुर में कानून और व्यवस्था के खराब हालात के बारे में अवगत कराएं।
-एक हॉल में रह रहे 500 लोग, केवल दाल-चावल मिल रहा
कांग्रेस सांसद फूलोदेवी नेताम ने कहा कि राहत शिविरों का दौरा कर पता चला कि एक हॉल में 400-500 लोग रह रहे हैं। राज्य सरकार उन्हें केवल दाल-चावल मुहैया करा रही है, बच्चों को पूरे दिन खाने के लिए और कुछ नहीं मिल रहा है। शौचालय या बाथरूम की भी कोई सुविधा नहीं। उन्होंने कहा कि जिस तरह से लोग शिविरों में रह रहे हैं वह बहुत हृदय विदारक है।
-मणिपुर में हालात ठीक नहींः सुष्मिता
टीएमसी सांसद सुष्मिता देव ने कहा कि मणिपुर के हालात अच्छे नहीं हैं, हम राज्यपाल को एक संयुक्त ज्ञापन सौंपना चाहते हैं और शांति बहाल करने की अपील करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हम राज्यपाल से राज्य की स्थिति के बारे में पीएम मोदी और अमित शाह को जानकारी देने के लिए कहेंगे।
Posted By Mahen Khanna