Sanjeev Jeeva Murder Case: शूटर विजय यादव को जब बदन सिंह बद्दो की फोटो दिखायी गई तो वह तुरन्त बोल उठा था कि इस आदमी ने ही सुपारी दी थी। यही नेपाल में असलम के साथ मिलने आया था। चार्जशीट में शूटर के इस बयान का जिक्र भी है। विजय ने यह भी कहा कि वह बद्दो से सिर्फ एक बार नेपाल में ही मिला है। उसके बारे में उसे ज्यादा नहीं पता है। वह रुपयों के लिये हत्या करने को राजी हो गया था।
विवेचक ने पूछा-पहले नाम क्यों नहीं लिया था इस पर शूटर ने बयान दिया था कि वह असलम को ही जानता था। असलम ने अपना नाम बताया था। बद्दो का नाम तब वह पूरी तरह से नहीं जान सका था। उसे सिर्फ यह बताया गया था कि जीवा ने उसका बहुत नुकसान किया है। उसकी हत्या करनी है। इसके लिये 50 लाख मिलेंगे। हत्या के बाद जब पुलिस को सुराग मिलने लगे तो बद्दो का नाम सामने आया। जब फोटो दिखायी गई तो उसे पता चला कि वह शातिर अपराधी है। विवेचक ने 86 गवाहों के बयान का जिक्र चार्जशीट में किया है।
अन्य आरोपितों का ब्योरा खंगाल रही एसआईटी
एसआईटी ने संजीव जीवा हत्याकाण्ड में चार्जशीट दाखिल कर दी पर अभी इस घटना में शामिल रहे कई आरोपित फरार है। इनके बारे में एसआईटी और विवेचक को सुराग मिले हैं। इनके बारे में ब्योरा खंगाला जा रहा है। सात जून को कोर्ट परिसर में जीवा की हत्या से सनसनी फैल गई थी। लखनऊ में इस तरह से यह पहली वारदात थी। इसकी जांच के लिये शासन ने एसआईटी गठित की थी।
इसमें आईजी प्रवीण त्रिपाठी, नीलाब्जा चौधरी व मोहित अग्रवाल शामिल किये गये। इससे पहले जेसीपी कानून व्यवस्था उपेन्द्र कुमार अग्रवाल के नेतृत्व में वजीरगंज थाने की पुलिस और तीन अन्य टीमें पड़ताल कर रही थी। चार्जशीट में एसआईटी ने लिखा है कि बदन सिंह बद्दो, असलम, शूटर विजय यादव के अलावा भी इसमें कई लोग शामिल है। इनके बारे में और ब्योरा ढूंढ़ा जा रहा है।
बदन सिंह बद्दो की लोकेशन मिली थी नेपाल में
एसटीएफ के एक अधिकारी ने बताया कि बद्दो की मई और जून में लोकेशन नेपाल में मिली थी। वर्ष 2019 से फरार बद्दो तब से विदेशों में ही छिप रहा है। इस दौरान वह सबसे ज्यादा नेपाल, बैकांक व दुबई जाता रहा है। नेपाल जाना आसान है, इसलिये वह भारत में अपने गिरोह से सम्पर्क रखने के लिये नेपाल में ही अक्सर पहुंचता है। यहां उसका ठीक नेटवर्क बताया जाता है, इस वजह से नेपाल उसे मुफीद लगता है।
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